उमेदंडा का ऐतिहासिक रामनवमी महा मेला हर्षोल्लास पूर्वक संपन्न

  • इस वर्ष 116 गावों के अखाड़ेधारी मेला में हुए शामिल

पंकज सिंह

बुढ़मू प्रखंड के उमेदंडा में आयोजित रामनवमी महा मेला सह अस्त्र शस्त्र चालन प्रतियोगिता बुधवार को हर्षोल्लास पूर्वक संपन्न हो गया। रामनवमी के अवसर पर आयोजित उमेदंडा के इस महा मेला में राम भक्तों का उल्लास पूरे चरम पर रहा। जय श्री राम,जय हनुमान,राम लखन जानकी जय बोलो हनुमान की जैसे गगनचुंबी जयकारों के साथ चौरासी मौजा के 116 गावों के महावीर मंडल अपने प्रमुख पताका जुलूस के साथ मेला शामिल हो अस्त्र शस्त्र चालन प्रतियोगिता में भी अपने अपने जौहर दिखाया। मेला में दर्शक व अखाड़ेधारी राम भक्तों को कोई दिक्कत परेशानी ना हो इसके लिए प्रशासन की ओर से एंबुलेंस के साथ स्पेशल मेडिकल टीम,की तैनाती की गई थी। साथ ही पेयजल, गुड़ चना शरबत,की भी विशेष व्यवस्था राम भक्तों के लिए किया गया था ।विधि व्यवस्था में महिला बटालियन तथा दो कंपनी अतिरिक्त पुलिस बल के साथ खुद डीएसपी आर एन चौधरी तथा थानाप्रभारी रामजी कुमार सुरक्षा की बागडोर संभाले थे।

वहीं पूरे मेला परिसर में समस्त सुरक्षा तथा राम भक्तों की सेवा सुरक्षा के लिए महावीर महामंडल उमेदंडा की ओर से दो सौ से भी अधिक वोलेंटियर कार्यकर्ता भी राम भक्तों के लिए सक्रिय रहे । दृश्य ऐसी मानो उमेदंडा की धरती पर साक्षात भगवान श्री राम विराजमान हो गए हों।मेला में अस्त्र शस्त्र में बेहत्तर कौशल दिखाने वाले अखाड़ेधारी महावीर मंडल को मेला समिति की ओर से सम्मानित भी किया गया।मेला के सफल आयोजन में महामंडल के अध्यक्ष मनोज बाजपेई,रत्नप्रकाश सिंह,सुदामा नायक,मोहन जयसवाल सुनील साहू,अरुण यादव,चंद्रदीप साहू, प्रदीप, साहू पवन राम, जनार्दन जायसवाल ,मुनूल साहू ,सहित महावीर मंडल उमेदंडा के सभी सदस्यों की सराहनीय योगदान रहा।

आकर्षण का केंद्र रहा बड़का मुरु का राम झांकी

अवसर हो उमेदंडा रामनवमी मेला का और रामजी की झांकी ना हो ऐसे में मेला की शोभा ही क्या इतिहास गवाह है उमेदंडा रामनवमी मेला एकमात्र आकर्षण का केंद्र समझे जानेवाला बड़का मुरु का विहंगम की इस वर्ष भी पूरे मेले में आकर्षण का केंद्र रहा साक्षात भगवान श्री राम जानकी ,लखन हनुमान जामवंत के साथ रावण सहित पूरे वानरो की टोली के साथ बड़का मुरु की झांकी मेला परिसर में प्रवेश होते ही पूरा मेला परिसर श्री राम की जयघोष के साथ गुंजायमान रहा ।दृश्य ऐसी मानो जैसे भगवान साक्षात धरती पर उतर आए हों।
बड़का मुरु महावीर मंडल की ओर से पस्तुत झांकी में समस्त महावीर मंडल के सदस्यों का सराहनीय योगदान रहा।

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